मासिक धर्म से जुड़ा बहुत ही घटिया नियम, जानिए इस पोस्ट में

दोस्तों क्या मासिक धर्म में महिलाओं को पेड़ पौधों में पानी डालना चाहिए? क्या मासिक धर्म में महिलाओं को पूजा पाठ करना चाहिए? तो आज के इस पोस्ट में हम इसी बारे में बात करने वाले हैं दोस्तों मासिक धर्म महिलाओं में होने वाली सामान्य प्रक्रिया है लेकिन इसके बारे में खुलकर बात करना भी हमारे समाज में सामान्य नहीं माना जाता है यही वजह है कि महावारी को लेकर महिलाओं में बहुत से बात यह प्रचलित है मासिक धर्म को लेकर कई ऐसी घटनाएं हैं जिन्हें महिला हैं सच मानती हैं जबकि वह बिल्कुल गलत है सबसे पहले तो किसी भी लड़की को यह जानने की जरूरत है कि मासिक धर्म एक सामान्य जैविक प्रक्रिया है इसको किसी भी अंधविश्वास से कोई लेना देना नहीं है इसलिए जरूरी है कि हर लड़की को मासिक धर्म के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। तो आइए जानते हैं उन बातों को जो मासिक धर्म में करने से बिल्कुल भी नहीं घबराना चाहिए।

दोस्तों मासिक धर्म के दौरान पेड़ पौधों में पानी डालना – आपने अक्सर घर में बृद्ध औरतों को कहते सुना होगा कि मासिक धर्म के वक्त पेड़ पौधों से दूर रहना चाहिए और उन्हें पानी भूलकर भी नहीं डालना चाहिए। ऐसा करने से पेड़ पौधे सूख जाते हैं दरअसल अगर मैं आपको कहूं तो यह बिल्कुल गलत है मासिक धर्म में कभी भी पेड़-पौधों को लेकर सावधानियां नहीं बरतनी चाहिए। आपको बता दें कि यह एक अंधविश्वास है ऐसा कुछ भी नहीं होता यह सब भगवान की देन है और आपको बता दें कि ऐसा किसी भी किताब में नहीं लिखा है कि मासिक धर्म के दौरान कुछ सावधानी बरतनी चाहिए।

मासिक धर्म के दौरान अचार को हाथ ना लगाना – इस धरना का भी कोई आधार नहीं है अगर आपके दिमाग में भी यही बात है कि महावारी के दिनों में आपके छूने से आचार खराब हो जाएगा तो आप बिल्कुल गलत हैं ऐसा कुछ भी नहीं होता है यह एक अफवाह है। और यह बात किसी भी पन्ने पर नहीं लिखी गई है दोस्तों यह बात तो हम सभी लोग जानते हैं कि हम सब ईश्वर की रचना है और जो भी हमारे शरीर के अंदर बदलाव होता है वह सब भगवान की देन है। महिलाओं का मासिक धर्म प्रकृति का देन है अगर महिला के अंदर यह क्रिया नहीं होती तो शायद वह कभी मां नहीं बन पाती।

मासिक धर्म में पूजा न करना – किसी स्त्री का मां बनना उसके मासिक धर्म से जुड़ा होता है अब आप ही बताइए जो चीज खुद भगवान ने उसी से हम कैसे अपवित्र हो जाते हैं। और ईश्वर की आराधना नहीं कर पाते हैं। अगर मासिक धर्म किसी महिला के नहीं आते तो वह मां नहीं बन पाती और यह समाज उसे बाँझ कह कर बुलाता है और कई बार इंसानों से परेशान होकर महिलाएं आत्म हत्या करने का भी कदम उठा लेती हैं और एक तरफ हमारा समाज कहता है कि अगर किसी महिलाओं को मासिक धर्म आते हैं तो वह अपवित्र हो जाती हैं और ऐसे मुंह से भगवान से दूर ही रहना चाहिए और आपको बता दें कि मासिक धर्म में पूजा ना करने देना एक अंधविश्वास है। इस पर आपको बिल्कुल भी विश्वास नहीं करना चाहिए। दोस्तों आपका इसके बारे में क्या राय है? आप नीचे कमेंट में बता सकते हैं।